शिक्षक दिवस के अवसर पर देहरादून में शिक्षकों का हुआ गौरवपूर्ण सम्मान
Dehradun, 07 September: शिक्षक दिवस के अवसर पर देहरादून में “मार्गदर्शक श्री सम्मान 2025” का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सांख्य योग फाउंडेशन, इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ साइकोमेट्रिक काउंसलिंग और बैगिट कंसलटिंग ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। इसमें विभिन्न स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों के उन शिक्षकों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने कार्यों और योगदान से शिक्षा जगत को नई दिशा प्रदान की है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रिटायर्ड जस्टिस राजेश टंडन, राज्य मंत्री एवं राज्य आंदोलनकारी परिषद के सदस्य सुभाष भरतवाल और हिमाचल टाइम्स ग्रुप की मालिक इंद्राणी पंडी मौजूद रहे।

इस अवसर पर मुख्य आयोजक डॉ. मुकुल शर्मा ने शिक्षकों की भूमिका को राष्ट्र निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के दीपक हैं, जिनके बिना किसी भी देश की प्रगति संभव नहीं है। डॉ. शर्मा के अनुसार शिक्षक केवल ज्ञान ही नहीं देते, बल्कि संस्कार और सभ्यता से भी समाज को जोड़ते हैं।
बैगिट कंसलटिंग ग्रुप की डायरेक्टर प्रिया गुलाटी ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि जैसे जीवन के लिए ऑक्सीजन आवश्यक है, वैसे ही हर व्यक्ति के जीवन में शिक्षक की भूमिका अपरिहार्य है। शिक्षक हमें न केवल शिक्षा देते हैं, बल्कि सही दिशा और समाज में पहचान भी प्रदान करते हैं।
इस अवसर पर जिन शिक्षकों को “मार्गदर्शक श्री सम्मान” से नवाजा गया, उनमें आदर्श भाटिया, नमिता ममगाईं, डॉ. स्वाति उनियाल, एनी सिंह, अर्चना यादव कपूर, ललिता कोटिया, प्रिया खुराना, रीना जागी, मेघा सुनेजा, डॉ. उपमा शुक्ला, शिप्रा खन्ना, डॉ. जुही गर्ग, डॉ. मोना खन्ना, अरुंधति शुक्ला, विशाल, छवि गुप्ता, कुसुम गुसाईं, शालिनी रोहिल्ला, नलिनी आनंद, चन्दन सिंह घुघत्याल, राजकुमार त्रेहन और डॉ. उमा शर्मा शामिल रहे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में हिमांशु पुंडीर, डॉ. रोमी सलूजा, डॉ. ऊर्जा आहूजा, ऋषिदीप, भावना जी और विपिन खन्ना उपस्थित थे। मंच संचालन का दायित्व श्रीमती चंद्र आर्य और गीता चौधरी ने सफलतापूर्वक निभाया।